कोई तो होता जो आज मेरे दिल कि फरियाद सुनता,
कितना अकेला हु मै ये कोई मेरे दिल से आज सुनता ।
चारों तरफ अपनो का साया है,
फिर भी ना जाने मेरे जीवन मे ये अकेलापन आज क्युं आया है ॥
कोई तो होता जो मेरे दिल कि आज सुनता,
मेरे अकेलेपन कि कसक को कोई अपनी बातों से भरता ।॥
लेखक : रोशन धर दुबे
लेखन का सही तिथि : 7/1/2012
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